प्रयागराज, 22 अक्टूबर। सानातन आस्था के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ 2025 को सीएम योगी के मार्गदर्शन में दिव्य, भव्य, नव्य और ग्रीन बनाने के कार्य प्रयागराज में जोर शोर से चल रहे हैं। प्रयागराज में न केवल संगम क्षेत्र बल्कि पूरे शहर में निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। शहर में सड़कों, चौराहों, फ्लाई ओवर, पार्कों और होटलों का निर्माण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है।
इसके चलते शहर में पिछले कुछ महीनों से कई राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय कंसट्रक्शन कंपनियां डेरा जमाए हुए हैं। इन कंपनियों के इंजीनियर, अधिकारियों और कर्मचारियों के शहर में ठहरने की जरूरत ने प्रयागराज निवासियों, होटल और मकान मालिकों को आय का नया स्रोत प्रदान किया है।प्रयागराजवासी महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर आशान्वित और उत्साहित हैं।
बड़ी संख्या में की जा रही क्वेरी
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर पूरे शहर, आस-पास एवं मेला क्षेत्र में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। सीएम योगी के निर्देश के अनुरूप सभी निर्माण एवं सौंदर्यीकरण के कार्य 15 दिसंबर तक पूरे किये जाने हैं। कई सरकारी व निजी कंसट्रक्शन कंपनियां शहर में अपने प्रोजेक्टस तेजी से पूरे करने में जुटी हैं। इसके चलते इन कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों को शहर में ठहरने के लिये किराये के मकान, होटल व होम स्टे की जरूरत पड़ रही है। इन अधिकारियों और कर्मचारियों की जरूरत के मुताबिक शहर में वेल फर्निश्ड, नॉन फर्निश्ड मकानों की मांग बढ़ी है।
प्रयागराज के प्रापर्टी डीलरों का कहना है बड़ी संख्या में उनके पास क्वेरी आ रही है। इसके दृष्टिगत कई मकान मालिक अपने खाली पड़े कमरों और मकानों को होम स्टे में बदल रहे हैं। जहां लोगों को रहने, खाने व अन्य दैनिक जरूरतों की सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इसके साथ ही, रेस्टोरेंट्स व टिफिन संचालकों की भी आमदनी बढ़ी है।
उत्साहित हैं प्रयागवासी
प्रयागराज होटल्स व रेस्टोरेंट्स ओनर्स असोशिएशन के प्रेसिडेंट हरजिंदर सिंह का कहना है कि महाकुंभ 2025 को लेकर शहर के सभी होटल्स व रेस्टोरेंट संचालक उत्साहित हैं। वो अपने-अपने होटल्स और रेस्टोरेंट में महाकुंभ के मुताबिक सुविधाओं का निर्माण करा रहे हैं।
शहर के होटल्स में कई नेश्नल और मल्टीनेश्नल कंपनियों के लिए कमरे बुक हैं व उनके कई अधिकारी पिछले कई दिनों से उनमें रह भी रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने ने बताया कि अभी से कई श्रद्धालु और पर्यटक महाकुंभ के दिनों के लिए इनक्वायरी और एडवांस बुकिंग भी करा रहे हैं। महाकुंभ 2025 का दिव्य, भव्य, नव्य आयोजन प्रयागराज वासियों के लिए उंमग, उत्साह के साथ-साथ आय के नये स्रोत भी पैदा कर रहा है।
[2:59 pm, 22/10/2024] Rajesh Tiwari Lucknow: बच्चों से जुड़ी बीमारियों को नजदीक से देखा, आज एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर मूर्त रूप ले रहा: सीएम योगी
- सीएम योगी ने एसजीपीजीआई में 1,147 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास
- सीएम ने एडवांस डायबिटीज सेंटर, टेली आईसीयू, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण), कॉलेज आॅफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रावास का किया उद्धाटन
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर, सलोनी हार्ट सेंटर (द्वितीय चरण) व रैन बसेरा का किया शिलान्यास
लखनऊ, 22 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2017 से पहले जहां प्रदेश के 18 जिलों में ही मेडिकल कॉलेज थे, वहीं आज प्रदेश के 64 जिलों में मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की ओर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में आज एमबीबीएस और पीजी की सीटें पहले की तुलना में दोगुनी से अधिक हुई हैं। प्रदेश में एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर की आवश्यकता काफी समय से थी क्योंकि प्रदेश में बच्चों से जुड़ी बीमारियों को मैंने नजदीक से देखा है। इसको लेकर सांसद रहने के दौरान संसद और सड़क पर आंदोलन भी किया। वहीं, सरकार आने के बाद डबल इंजन के प्रयास से जल्द ही एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर मूर्त रूप लेगा। हमने जापानी इंसेफेलाइटिस का समाधान करने में सफलता पायी है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते थे।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एसजीपीजीआई की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में कही। इससे पहले सीएम ने सलोनी हार्ट सेंटर, एडवांस डायबिटीज सेंटर, टेली आईसीयू का निरीक्षण किया।
सलोनी हार्ट सेंटर में मिलेगी 200 बेड की विश्व स्तरीय सुविधाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसजीपीजीआई में 1,147 करोड़ रुपये की एडवांस डायबिटीज सेंटर, टेली आईसीयू, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण), कॉलेज आॅफ मेडिकल टेक्नोलॉजी का छात्रावास का उद्धाटन और एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर, सलोनी हार्ट सेंटर (द्वितीय चरण), रैन बसेरा का शिलान्यास किया। सीएम योगी ने कहा कि एसजीपीजीआई देश और प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान है। ऐसे में, प्रदेश के पूर्वी, पश्चिमी, मध्य, बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की प्राथमिकता हाेती है कि उसे यहां बेड प्राप्त हो जाए, लेकिन इसको लेकर काफी समस्या अक्सर सामने आती है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है।
इसी के तहत एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में 575 बेड्स के निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है। यहां 22 विभागों की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसमें हार्मोंस, डायबिटीज, पीडियाट्रिक आईसीयू, इमरजेंसी पीडियाट्रिक जेनेटिक, पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी समेत अन्य बीमारियों का इलाज एक छत के नीचे होगा। सीएम योगी ने कहा कि सलोनी हार्ट सेंटर के पहले चरण की शुरुआत हो गयी है। वहीं, सेंटर के दूसरे चरण का एमओयू साइन हो गया है।
इसके जरिये सलोनी हार्ट सेंटर 200 बेड की विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ हर साल 5 हजार बच्चों की हार्ट से जुड़ी हुई गंभीर सर्जरी कर उन्हे सुखमय जीवन देगा। साथ ही, हर साल दस हजार बच्चों को सेकेंड ओपिनियन आदि उपलब्ध कराएगा। इसके लिए, सलोनी हार्ट फाउंडेशन के प्रयासों के हम सभी आभारी हैं।
रैन बसेरे में तीमारदारों को 20 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ओएनजीसी के 51 करोड़ के सीएसआर फंड से एक हजार बेड के रैन बसेरा के निर्माण की कार्रवाई शुरू हो गयी है। इससे यहां आने वाले तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी। यहां पार्किंग और कैंटीन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी जहां तीमारदारों को 15 से 20 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। वहीं, 200 छात्रों के लिए कॉलेज आॅफ मेडिकल टेक्नोलॉजी छात्रावास का निर्माण पूरा हो चुका है।
सीएम योगी ने दीपावली से पहले एसजीपीजीआई को इन योजनाओं के लिए बधाई दी। संस्थान समयबद्ध तरीके से आगे चले इसके लिए प्रदेश सरकार के स्तर पर हर संभव मदद की जाएगी। इसके लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, एसजीपीजीआई प्रो. राधा कृष्ण धीमन, सलोनी हार्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष मृणालिनी (मिली) सेठ, हिमांशु सेठ, यूएस के डॉ. वी मोहन रेड्डी आदि मौजूद थे।
इन परियोजनाओं का उद्धाटन
एडवांस डायबिटीज सेंटर, टेली आईसीयू, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण), कॉलेज आॅफ मेडिकल टेक्नोलॉजी का छात्रावास