नई दिल्ली, 18 नवंबर । केंद्र सरकार द्वारा महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल), इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) और गुजरात गैल लिमिटेड (जीजीएल) जैसी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को एडमिनिस्टर्ड प्राइस मेकैनिज्म (एपीएम) के तहत दिए जाने वाले गैस के आवंटन में एक बार फिर कटौती करके बड़ा झटका दिया है। इस झटके की वजह से घरेलू शेयर बाजार में आज कारोबार की शुरुआत होते ही आईजीएल, एमजीएल और जीजीएल के शेयर जोरदार गिरावट का शिकार हो गए।
आज इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) का शेयर 35.80 रुपये की गिरावट के साथ 370 रुपये के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत में ही जोरदार बिकवाली शुरू हो जाने के कारण ये शेयर 324.70 रुपये के स्तर पर आ गया। हालांकि इसके बाद खरीदारी शुरू होने की वजह से इसकी चाल में मामूली सुधार हुआ। पहले 2 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 11:15 बजे आईजीएल का शेयर 73.30 रुपये यानी 18.06 प्रतिशत टूट कर 332.50 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) का शेयर भी आज बाजार खुलते ही 237.40 रुपये टूट कर 1,075.25 रुपये के स्तर पर आ गया। हालांकि इस गिरावट के बाद शुरू हुई खरीदारी के कारण सुबह 11:15 बजे ये शेयर 157.15 रुपये यानी 11.97 प्रतिशतकी गिरावट के साथ 1,155.50 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह गुजरात गैस लिमिटेड (जीजीएल) के शेयर ने भी आज बाजार खुलते ही जोरदार गोता लगाया। ये शेयर 9.95 रुपये की कमजोरी के साथ 476.05 रुपये के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत में ही बिकवाली का दबाव बन जाने के कारण ये शेयर 43.50 रुपये की कमजोरी के साथ 442.50 रुपये के स्तर पर आ गया। हालांकि इसके बाद खरीदारी शुरू हो जाने के कारण इस शेयर की स्थिति में सुधार आया। पहले 2 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 11:15 बजे जीजीएल का शेयर 30.50 रुपये यानी 6.28 प्रतिशत टूट कर 455.50 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
आपको बता दें कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के एपीएम गैस आवंटन में सरकार ने लगातार दूसरे महीने 20 प्रतिशत की कटौती कर दी है। इस कटौती के कारण इन कंपनियों के पास अब एपीएम के तहत कुल गैस उपलब्धता 40 से 45 प्रतिशत के बीच रह गई है। आज से 1 महीने पहले सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के पास एटीएम के तहत 65 से 70 प्रतिशत गैस की उपलब्धता होती थी।
एपीएम गैस में कटौती होने के कारण अब सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को अपने कस्टमर्स के बीच गैस की सप्लाई करने के लिए आयातित एलएनजी, एचजीपीएचटी और नए फील्ड गैस जैसे स्रोतों का इस्तेमाल करना होगा, जिससे इन कंपनियों की लागत तुलनात्मक तौर पर काफी बढ़ जाएगी। एडमिनिस्टर्ड प्राइस मेकैनिज्म के तहत दी जाने वाली गैस में कमी हो जाने के कारण अब सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूटर कंपनियों को करीब 50 प्रतिशत कच्चे माल (रॉ गैस) की खरीदारी ओपन मार्केट से ऊंची कीमत पर करनी होगी।
जानकारों का कहना है कि एपीएम के तहत दी जाने वाली गैस के आवंटन में कटौती करने के कारण अब सीएनजी और पीएनजी की कीमत में बढ़ोतरी होने की भी संभावना बन गई है। बताया जा रहा है कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को बढ़ी हुई लागत के कारण होने वाले नुकसान से बचने के लिए सीएनजी और पीएनजी की कीमत में करीब 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।