लखनऊ, 04 नवम्बर । बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने साेमवार काे भाजपा और कांग्रेस पर हमला बाेला। उन्हाेंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी समेत कई जन समस्याओं पर अपना ध्यान केंद्रित करने की बजाए भाजपा और कांग्रेस ज्यादातार आरोप-प्रत्यारोप की नकरात्मक राजनीति में ही अभी व्यस्त हैं। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां पर इन लाेगाें ने मिथ्या प्रचारों व वादों की भरमार लगा रखी है। जनता खुली आंखों से देख रही है कि इनके द्वारा किए गये पिछले चुनावी वादों का क्या बुरा हाल हो रहा है।
मायावती ने एक बयान में कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या फिर भाजपा की, दोनों दलों ने जनता से जो वादे किये थे वो ईमानदारी से नहीं निभाए जा रहे हैं। क्योंकि इनके वादे होते ही लोगों को गुमराह करने व सरकार बन जाने पर उन्हें भुला देने के लिए। यही कारण है कि खासकर हिमांचल प्रदेश, कर्नाटक की कांग्रेस सरकारें वादाखिलाफी का आरोप झेल रही हैं। भाजपा की विभिन्न सरकारें सरकार बन जाने पर जनहित व जनकल्याण के वास्तविक ज्वलंत मुद्दों पर से ध्यान भटकाने के लिए अनेक प्रकार की जुगाड़ की राजनीति करती नजर आती हैं। वे कर्म को धर्म नहीं मानकर धर्म के ही कार्यक्रमों में ज्यादा व्यस्त नजर आती हैं।
बसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी चुनाव में जनता को गुमराह करने वाला अपना कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती है बल्कि करोड़ों, गरीबों, मजलूमों व बेरोजगार लोगों के प्रति ईमानदार कर्म को ही अपना संवैधानिक दायित्व और राजनीतिक धर्म मानकर काम करती है। यूपी में अब तक चार बार रही बसपा सरकार के कार्य दिखते हैं जो अपने आप में मिसाल है। बसपा सरकार ने सरकारी व गैरसरकारी स्तर पर जितने रोजगार मुहैया कराए हैं उतने रोजगार उसके बाद की सपा और भाजपा सरकार मिलकर भी अब तक दे पायी हैं। मायावती ने कहा कि महाराष्ट्र व झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान लोगों की यह मांग भी शत प्रतिशत जायज है कि उन्हें रेवड़ी नहीं रोजगार चाहिए।